शुक्रवार, 10 जनवरी 2025

वनवास

वनवास

यह फिल्म एक वृद्ध पिता और उनके परिवार के बीच के जटिल रिश्तों को दिखाती है, जब पिता डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) से जूझ रहे होते हैं। फिल्म की शुरुआत एक खुशहाल परिवार से होती है, जिसमें पिता श्रीकांत (जो अब वृद्ध हो चुके हैं), उनकी पत्नी, और दो बच्चों, रिया और अर्जुन के साथ रहते हैं। श्रीकांत पहले एक सफल और आत्मनिर्भर व्यक्ति थे, लेकिन अब उनकी याददाश्त में भारी गिरावट आई है, जिससे उनके परिवार का जीवन पूरी तरह बदल जाता है।

श्रीकांत को हर दिन कुछ नया भूलने और पुरानी यादें भुलाने की समस्या होने लगती है। वह कभी अपनी पत्नी को पहचान नहीं पाते, तो कभी बच्चों के नाम तक भूल जाते हैं। इस स्थिति के कारण उनकी पत्नी, रमा, जिन्हें पहले अपने पति पर गर्व था, अब खुद को अकेला महसूस करने लगती हैं। रमा अपने पति की देखभाल में पूरी तरह समर्पित हैं, लेकिन वह मानसिक और शारीरिक रूप से थक चुकी हैं, और कभी-कभी उनके मन में यह सवाल उठता है कि क्या वह इस जिम्मेदारी को निभा पाएंगी।

रिया और अर्जुन, जो अब बड़े हो चुके हैं, अपने-अपने जीवन में व्यस्त रहते हैं। रिया एक पेशेवर महिला है, जो अपने करियर और परिवार के बीच संतुलन बनाने में संघर्ष कर रही है, जबकि अर्जुन, जो विदेश में रहता है, समय-समय पर घर आता है। दोनों बच्चों के लिए अपने पिता की हालत को समझना और उसे स्वीकार करना बहुत कठिन हो जाता है। वे अपनी माँ से इस हालत से निपटने के लिए मदद मांगते हैं, लेकिन कभी-कभी अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त नहीं कर पाते।

फिल्म के दौरान, श्रीकांत की स्थिति में और अधिक गिरावट आती है, और वह कभी अपने अतीत की घटनाओं को लेकर भ्रमित हो जाते हैं, तो कभी अपने परिवार के सदस्यों को पहचानने में असमर्थ हो जाते हैं। एक दिन वह अपनी पत्नी को अपनी पुरानी सहेली समझने लगते हैं, और बच्चों को भी वे अजनबी की तरह महसूस करने लगते हैं। इस घातक स्थिति के बावजूद, रिया और अर्जुन को यह समझ में आता है कि उनका पिता उन्हें अपने पुराने रूप में याद नहीं रख सकता, लेकिन उन्हें उसे अपना प्यार और सम्मान देना ही होगा।

फिल्म की कहानी धीरे-धीरे यह दिखाती है कि इस बीमारी के बावजूद, परिवार के सदस्य एक-दूसरे के साथ प्यार और सहयोग से जुड़कर समस्याओं का हल ढूंढ सकते हैं। रिया और अर्जुन अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए, अपनी माँ की मदद करते हैं और अंत में यह एहसास होता है कि परिवार का साथ ही सबसे बड़ी ताकत है।

कहानी का समापन इस संदेश के साथ होता है कि हमें अपने परिवार के सदस्यों को उनके संघर्षों और कमजोरियों के बावजूद प्यार और सहानुभूति के साथ समर्थन करना चाहिए, क्योंकि यही सबसे बड़ा इंसानियत का प्रतीक है।

फिल्म "20 दिसंबर 2024 (भारत में रिलीज़)" की कहानी, जिसे अनिल शर्मा ने निर्देशित किया है, OTT पर हिंदी में रिलीज़ होने वाली है। फिल्म की रिलीज़ डेट 20 दिसंबर 2024 तय की गई है, और यह संभवतः प्रमुख OTT प्लेटफार्म्स जैसे Netflix, Amazon Prime Video, Disney+ Hotstar आदि पर उपलब्ध होगी।

इस फिल्म में अनिल शर्मा के निर्देशन में दर्शकों को एक दिलचस्प और भावनात्मक कहानी देखने को मिलेगी, जो परिवार, रिश्तों और संघर्षों के इर्द-गिर्द घूमेगी। फिल्म का विषय एक वृद्ध पिता की डिमेंशिया जैसी बीमारी से जूझने के बाद उसके परिवार के सदस्यों के बीच के जटिल रिश्तों को दिखाएगा। यह फिल्म दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ने और उन्हें सोचने पर मजबूर करने वाली होगी।

OTT रिलीज के बाद फिल्म दर्शकों के घरों तक आसानी से पहुंच पाएगी, जिससे यह उन सभी के लिए उपलब्ध होगी जो सिनेमाघरों में जाने से चूक गए थे या जो डिजिटल प्लेटफार्म पर कंटेंट देखने के शौक़ीन हैं।

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